क्या तुझपे अब ये दिल बताये
तुझपे कितना मुझे प्यार आये
आंसुओं से लिख दूं मैं तुझको
कोई मेरे बिन पढ़ ही ना पाए
यूं रहूँ चुप , कुछ भी ना बोलूं
बरसों लम्बी नींदें सो लूं
जिन आँखों में तू रहता है
सदियों तक वो आँखें ना खोलूं
मेरे अन्दर खुदको भर दे
मुझको मुझसे खाली कर दे (x2)
जिस शाम तू ना मिले
वोह शाम ढलती नहीं
आदत सी तू बन गयी है
आदत बदलती नहीं .........
क्या तुझे अब ये दिल बताये
तेरे बिना क्यूँ सांस ना आये
आंसुओं से लिख दूं में तुझको
कोई मेरे बिन पढ़ ही ना पाए
मेरे अंदर खुदको भर दे
मुझको मुझसे खाली कर दे (x2)
हाथों से गिरने लगी
हर आरज़ू हर दुआ
सजदे से में उठ गया
जिस पल तू मेरा हुआ (x2)
क्या तुझे अब ये दिल बताये
क्यूँ तेरी बाहों में ही चैन आये
आंसुओं से लिख दूं में तुझको
कोई मेरे बिन पढ़ ही ना पाए
मेरे अन्दर खुदको भर दे
मुझको मुझसे खाली कर दे (x2)
आ ....
ओ ओ आ ओ ......
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