रूहानी सी इक शाम होगी 
हलकी तेरी उसमें आवाज होगी 
रूहानी सी इक शाम होगी 
हलकी तेरी उसमें आवाज होगी 

तू ना जाये कभी , ऐतबार करूँ 
तू ना जाये कभी , खुदा से ये कहूँ 

में जो हूँ जैसा हूँ 
तुझमे रहता खोता हूँ 
तू मेरा आज है 
मेरी ज़िन्दगी की दुआ (x2)

तू दुआ है , तू ही है मेरा करम 
तुझपे ही शुरू , तुझपे ही ख़तम (x2)

शहरों में गलियों में 
अपनों में परायों में 
ढूँढा तुझे है 

शहरों में गलियों में 
अपनों में परायों में 
ढूँढा तुझे है 

मिल जाए मुझे , तू कहीं रूबरू 
तू ही दिखे , में जहाँ रहूँ 

में जो भी हूँ जैसा हूँ 
तुझमे रहता खोता हूँ 
तू मेरा आज है , मेरा कल है 
मेरी ज़िन्दगी की दुआ (x2)

तू दुआ है , तू ही है मेरा करम 
तुझपे ही शुरू , तुझपे ही ख़तम (x2)

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